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100, 200, 500 के नोटों पर RBI की नई सख्त गाइडलाइन लागू Indian Currency Notes

Published On: August 5, 2025
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Indian Currency Notes
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आज के समय में असली और नकली नोटों में फर्क करना आम आदमी के लिए एक चुनौती बन गया है। टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रयोग, जैसे डिजिटल प्रिंटिंग और स्कैनिंग, ने नकली नोटों को इतना असली बना दिया है कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है। इसी खतरे को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 100, 200 और 500 रुपये के नोटों को लेकर कुछ नई गाइडलाइन जारी की हैं। इन दिशा-निर्देशों का उद्देश्य है कि आम लोग नकली नोटों से खुद को बचा सकें और लेनदेन में धोखाधड़ी से दूर रहें।

छोटे नोट अब जालसाजों का नया निशाना

2000 रुपये के नोट के चलन से बाहर होने के बाद अब ठगों ने छोटे नोटों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। 100, 200 और 500 रुपये के नोट रोज़ाना के लेनदेन में अधिक इस्तेमाल होते हैं, जिससे इन्हें नकली बनाना जालसाजों के लिए आसान हो गया है। छोटे दुकानदार, ग्राहक और व्यापारी इस धोखे का सबसे पहला शिकार बनते हैं। इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वे नकली और असली नोट की पहचान करना सीखें और सतर्क रहें।

100 रुपये के नोट की पहचान

100 रुपये का नोट छोटा होने के बावजूद इसकी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होती है। इसमें जो विशेषताएं हैं:

  • सी-थ्रू नंबर: रोशनी में स्पष्ट रूप से दिखता है।
  • महात्मा गांधी का वॉटरमार्क: हल्की छवि के रूप में दिखता है।
  • रंग बदलने वाला सुरक्षा धागा: हरे से नीले रंग में बदलता है।
  • ‘भारत’ और ‘RBI’ लिखा होता है।

इन संकेतों को समझकर आप नकली नोट को आसानी से पहचान सकते हैं।

200 रुपये के नोट की पहचान

200 रुपये के नोट में भी कई सुरक्षा चिह्न होते हैं जिनसे असली और नकली में फर्क किया जा सकता है:

  • नोट पर देवनागरी में ‘200’ लिखा होता है।
  • गांधी जी की तस्वीर बीच में होती है।
  • माइक्रो लेटरिंग में ‘RBI’, ‘भारत’, ‘200’ छपा होता है।
  • अशोक स्तंभ और सुरक्षा धागा जिसमें ‘भारत’ और ‘RBI’ लिखा होता है।

इनमें से कोई भी फीचर स्पष्ट न हो या धुंधला हो, तो वह नोट नकली हो सकता है।

500 रुपये के नोट की पहचान

500 रुपये का नोट अधिक संवेदनशील होता है और नकली नोटों में सबसे अधिक देखा गया है। इसकी प्रमुख पहचान इस प्रकार है:

  • रंग बदलने वाला सुरक्षा धागा: हरे से नीले रंग में परिवर्तित होता है।
  • गांधी जी की उभरी हुई छवि और अशोक स्तंभ: इन्हें छूने पर महसूस किया जा सकता है।
  • वॉटरमार्क, माइक्रो लेटरिंग, और सीरियल नंबर में एकरूपता।

यदि इनमें कोई भी गड़बड़ी हो, तो वह नोट संदिग्ध हो सकता है।

नोट के कागज और छपाई की पहचान

असली नोट में उपयोग किया गया कागज सामान्य कागज से भिन्न होता है। यह कागज थोड़ा खुरदुरा होता है और इसकी मोटाई भी अलग होती है। असली नोट की छपाई स्पष्ट, रंग चमकदार और डिज़ाइन सटीक होते हैं। नकली नोटों में प्रिंट धुंधली और रंग फीके होते हैं। यदि कोई नोट देखने या छूने में अजीब लगे तो उसकी जांच जरूर करें।

नकली नोट से बचने के आसान उपाय

  • हर नोट को रोशनी में देखकर जांचें।
  • नोट को छूकर उसकी बनावट पहचानें।
  • बड़े लेनदेन में UV लाइट या नोट डिटेक्टर का उपयोग करें।
  • केवल बैंक, ATM या विश्वसनीय स्रोत से ही नकदी लें।
  • संदिग्ध नोट मिलने पर तुरंत संबंधित बैंक या पुलिस को सूचित करें।

नकली नोट मिलने पर क्या करें

यदि आपके पास गलती से नकली नोट आ जाए:

  • उसे चलाने की कोशिश न करें क्योंकि यह कानूनन अपराध है।
  • उस नोट को तुरंत बैंक में ले जाकर जांच करवाएं।
  • यदि नकली निकला, तो बैंक उसे जब्त करेगा और रसीद देगा।
  • पुलिस में रिपोर्ट करना भी आपकी जिम्मेदारी है।

तकनीकी साधनों से नोट की जांच

आजकल मोबाइल ऐप, नोट स्कैनर और UV डिवाइस के जरिए नकली नोटों की पहचान आसान हो गई है। बैंक काउंटरों पर स्कैनर लगाए जा रहे हैं जो नोट की असलियत बता देते हैं। मैग्निफाइंग ग्लास से माइक्रो लेटरिंग की जांच की जा सकती है। तकनीक का उपयोग करके और सही जानकारी से हम इस खतरे से बच सकते हैं।

समाज की जिम्मेदारी

नकली नोट का प्रसार रोकने में हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। परिवार के सदस्यों, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को नोट की पहचान सिखानी चाहिए। दुकानदार अपने स्टाफ को नोट की जांच के लिए प्रशिक्षित करें। हर व्यक्ति यदि थोड़ी सतर्कता और जागरूकता रखे तो नकली नोटों की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।

ऑनलाइन आवेदन और जानकारी डाउनलोड करने का तरीका

सेवा का नामविवरण
RBI गाइडलाइन डाउनलोडhttps://rbi.org.in से लेटेस्ट नोटिफिकेशन PDF डाउनलोड करें
नकली नोट रिपोर्ट करने की प्रक्रियाकिसी भी बैंक ब्रांच या नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें
नकली नोट पहचान उपकरण खरीदेंई-कॉमर्स वेबसाइट (जैसे Amazon, Flipkart) से UV लाइट, नोट स्कैनर खरीद सकते हैं
जागरूकता प्रशिक्षणस्थानीय बैंक शाखाओं द्वारा समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं

निष्कर्ष

भारतीय मुद्रा में नकली नोटों की समस्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन यदि हम सभी जागरूक और सतर्क रहें तो इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। 100, 200 और 500 रुपये के नोटों की असली पहचान जानना और उसकी जांच करना हर नागरिक का कर्तव्य है। बैंक और तकनीक की मदद से आप अपने पैसे की सुरक्षा कर सकते हैं। याद रखें, थोड़ी सी सावधानी बड़े नुकसान से बचा सकती है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले विशेषज्ञ सलाह लें। लेख में दी गई जानकारी के कारण किसी प्रकार की क्षति के लिए लेखक जिम्मेदार नहीं होगा।

Manish Kumar

मैं मनिष कुमार हूँ, और मैं अभी P.G कर रहा हूँ| मैं फुल टाइम कंटेंट क्रिएटर भी हूँ। वर्तमान में मैं forbesganjcollege.org वेबसाइट पर एक ब्लॉगर और कंटेंट क्रिएटर हूँ। मैं विभिन्न क्षेत्रों जैसे सरकारी नौकरी, सरकारी परिणाम, पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न, सरकारी योजना कैरियर समाचार और परीक्षा अपडेट आदि का Update देता हूँ।

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