सरकार ने पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से PM Vishwakarma Yojana 2025 को फिर से शुरू किया है। यह योजना उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जो पारंपरिक व्यवसायों जैसे कि बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, दर्जी, मोची आदि से जुड़े हुए हैं। इस योजना के तहत लाभार्थियों को आर्थिक सहायता, टूलकिट, प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। योजना का उद्देश्य है कि पारंपरिक पेशों से जुड़े लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जाए और उन्हें उनके हुनर के अनुसार सहायता दी जाए।
योजना की मुख्य विशेषताएं
पीएम विश्वकर्मा योजना पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाती है और इसके लिए पात्र लोगों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। यह योजना देश के हर राज्य और जिले में लागू की गई है। अब आवेदन की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है जिससे किसी भी व्यक्ति को कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।
पात्रता की शर्तें
इस योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार ने कुछ विशेष पात्रता शर्तें निर्धारित की हैं, जो इस प्रकार हैं:
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- आवेदक विश्वकर्मा समुदाय या पारंपरिक कारीगरी से जुड़ा होना चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय ₹2 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
- आवेदक को किसी अन्य केंद्र या राज्य सरकार की समान योजना से लाभ नहीं लेना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज
इस योजना में आवेदन करने से पहले निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र (वोटर ID, ड्राइविंग लाइसेंस)
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक खाता विवरण
- व्यवसाय प्रमाण पत्र या स्वघोषणा पत्र
सरकार द्वारा मिलने वाले लाभ
- ₹15,000 तक की आर्थिक सहायता पारंपरिक पेशे को पुनः शुरू करने के लिए।
- टूलकिट की सहायता जिससे व्यवसायिक गुणवत्ता बढ़ सके।
- मुफ्त प्रशिक्षण जिसकी अवधि 5 से 10 दिन तक हो सकती है।
- प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र, जिससे व्यवसाय में मान्यता और नई पहचान मिले।
- डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए ₹1,000 तक का इंसेंटिव भी प्रदान किया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया
योजना में आवेदन करना बहुत ही सरल है और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। पूरी प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से की जा सकती है। आवेदक को नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होता है।
आवेदन कैसे करें (ऑनलाइन प्रक्रिया)
प्रक्रिया | विवरण |
---|---|
ऑनलाइन आवेदन | https://pmvishwakarma.gov.in पर जाएं और “Register” विकल्प चुनें |
दस्तावेज अपलोड | आवेदन फॉर्म भरने के बाद आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें |
फॉर्म सबमिट करें | सभी जानकारी सही तरीके से भरने के बाद सबमिट करें |
स्टेटस चेक करें | रजिस्ट्रेशन नंबर, आधार या मोबाइल नंबर से स्थिति जांचें |
नोटिफिकेशन डाउनलोड | वेबसाइट पर उपलब्ध नवीनतम अधिसूचना डाउनलोड करें |
प्रशिक्षण एवं प्रमाण पत्र
इस योजना के अंतर्गत चयनित आवेदकों को सरकार द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण संबंधित कारीगरी को और भी उन्नत बनाने में सहायक होता है। प्रशिक्षण के दौरान लाभार्थियों को दैनिक भत्ता भी प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण पूरा करने पर सरकार एक अधिकृत प्रमाण पत्र देती है जो आगे चलकर विभिन्न योजनाओं या ऋण के लिए उपयोगी साबित होता है।
योजना का उद्देश्य और प्रभाव
PM Vishwakarma Yojana का मुख्य उद्देश्य भारत की पारंपरिक विरासत को सहेजना और रोजगार के नए अवसर पैदा करना है। इससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के कारीगरों को लाभ मिल रहा है। योजना की पारदर्शी प्रक्रिया और डिजिटल प्रणाली ने इसे और अधिक प्रभावशाली बनाया है। खासतौर पर महिलाएं, जो पारंपरिक कार्यों में पहले से सक्रिय हैं, उन्हें इस योजना से बड़ी सहायता मिल रही है।
निष्कर्ष
PM Vishwakarma Yojana 2025 पारंपरिक कारीगरों के लिए आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम है। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करती है बल्कि सम्मान के साथ आजीविका चलाने का अवसर भी देती है। यदि आप या आपका कोई परिचित इस योजना के पात्र हैं तो बिना देर किए ऑनलाइन आवेदन करें और अपने हुनर को नई उड़ान दें।